कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं हैं। सामान्य तौर पर सावधानी बरतने से काफी हद तक इससे बचा जा सकता है। खासतौर से हाथ मिलाने से बचें, लोगों को नमस्ते करके अभिवादन करें।
एसएन मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बायलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. आरती अग्रवाल ने बताया कि केरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के छींकते और खांसते वक्त निकलने वाली अति सूक्ष्म बूंदों के संपर्क में आने से लोग इसकी चपेट में आते हैं। जरूरी है कि लोग हाथों को पूरी तरह से साफ रखें, किसी से भी हाथ मिलाने से बचें। छींक, खांसी के समय नाक और मुंह पर टिशू पेपर या फिर रूमाल लगाएं।
वहीं चिकित्सकों का मानना है कि जरा सी सावधानी बरतने पर बड़े से बड़े खतरे से बचा जा सकता है। कोरोनावायरस के लिए भी सावधानी बरतना अहम है।
ये हैं लक्षण
- बुखार आएगा और जुकाम-खांसी होगी।
- बुखार के सप्ताहभर के अंदर सांस लेने में तकलीफ होगी।
- सिर में तेज दर्द और मरीज की नाक बहना शुरू हो जाएगा।
ये बरतें सावधानी:
- अस्पताल, रेलवे स्टेशन समेत भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें।
- हाथों को बार-बार साबुन से धोएं और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- खांसते और छींकते वक्त डिस्पोजेबल टिशू पेपर प्रयोग करें, दोबारा उपयोग न करें।
- हाथों को साबुन से धोए बिना आंख, नाक और मुंह को न छुएं।
- बुखार, जुकाम और खांसी के मरीजों से सीधे संपर्क में आने से बचें।
- एन-95 मास्क का उपयोग करें, यह 95 फीसदी कणों को फिल्टर करता है।
देशी नुस्खों से बढ़ेगी प्रतिरोधक क्षमता: डॉ. जेके राणा
क्षेत्रीय आयुर्वेद अधिकारी डॉ. जेके राणा ने बताया कि वायरस जनित बीमारियों से बचाव के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जाती है। इसमें लोग तुलसी, गिलोय, काली मिर्च, पिप्पली, सोंठ, लौंग का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।
- रामा और श्यामा तुलसी की पत्ती रोजाना खाएं।
- आठ दिन में एक बार हल्दी का उबटन करें।
- कपूर के ऊपर गुग्गल रखें, उसे जलाकर घर में धुआं दें।
वायरस संबंधी बीमारियों में कारगर है होम्योपैथी
- होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. पार्थ सारथी शर्मा ने बताया कि होम्योपैथी में इन्फ्लूएजिंनम, जेल्सीमो, यम, आर्सेनिक एल्बम, बेलाडोना जैसी कई औषधियां हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और वायरस इन्फेक्शन की बीमारियों से बचाती है।
उप्र होम्योपैथी कांग्रेस के प्रदेश सचिव डॉ. कैलाश चंद सारस्वत ने बताया कि होम्योपैथी चिकित्सा शरीर में रोगों से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, जिससे वायरस समेत अन्य बीमारियों से बचाव करती है।
डीएम ने दिए 100 बेड के आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश
कोरोना वायरस की आशंका पर डीएम ने सीएमओ और एसएन प्राचार्य को 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला अस्पताल और एसएन मेडिकल कॉलेज में अलग-अलग वार्ड और नमूने लेने के लिए चिकित्सकीय टीम बनाने को भी कहा है। डीएम ने लोगों से अपील की है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचें, कोरोना वायरस के लक्षण नजर आने पर जिला अस्पताल में जांच कराएं।
नमूने लिए गए लोगों के घरों पर कराई गई फॉगिंग
कोरोना वायरस की आशंका पर 35 लोगों के नमूने लिए गए हैं। इनके घरों पर नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और फॉगिंग कराई है। लोगों को भी जांच रिपोर्ट आने तक घरों से बाहर जाने से मना कर दिया है।
जिला अस्पताल से लौटाए लोग
छह लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण मिलने के बाद इनके संपर्क में आए अन्य लोग भी जिला अस्पताल पहुंचे। इनमें से एक ने बताया कि नमूने लेने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। कुछ को नाम और फोन नंबर नोटकर वापस भेज दिया है।