मेरठ। Fight Against Corona लॉकडाउन पार्ट-2 में पुलिस का काम बढ़ गया है। जमातियों की कड़ी से कड़ी मिलाकर कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने की जिम्मेदारी भी दी गई है। ऐसे में मेरठ जोन के आठ जनपदों के 5400 मोबाइल नंबर पुलिस की रडार पर है। यह ऐसे लोग है, जिनकी कड़ी दर कड़ी जमातियों से मिल रही है। पुलिस इनमें से 1700 लोगों को अस्पताल या होम क्वारंटाइन भी करा चुकी है। दो सौ से ज्यादा लोग तो कोरोना पॉजिटिव भी आ चुके है।
जंग कोरोना के खिलाफ
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि जमातियों से जुड़ रही कड़ी तलाशने में पुलिस को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग इसे धर्म से जोड़कर देख रहे हैं। ऐसे में सभी को चाहिए कि कोरोना संक्रमण को दूर भगाने में मदद करें। इसे किसी भी धर्म की तरफ ले जाने की कोशिश न करें। पुलिस की टीमें जमातियों की कड़ी से कड़ी ढूंढने में लगी हुई हैं। ताकि लॉकडाउन पार्ट-2 पूरी तरह से सफल हो जाए। उसके बाद जोन में बने हॉटस्पॉट की संख्या भी कम हो जाए।
जुड़े लोगों की हो रही पड़ताल
दरअसल, हॉटस्पॉट एरिया में मौजूद लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ रही है। जोन में पुलिस ने ऐसे 5400 मोबाइल नंबर रडार पर लिए है, जिनके जरिए कोरोना संक्रमण से जुड़े लोगों की पड़ताल की जा रही है। 1700 लोगों को अस्पताल और घरों के अंदर क्वारंटाइन भी करा चुकी है। ताकि वह दूसरे लोगों को कोरोना का संक्रमण न बांट सकें। इन सभी लोगों की चेन ऐसी है, जो कोरोना पॉजिटिव से मिलती जुलती है। एडीजी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों की चेन खत्म होने के बाद हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भी कमी आएगी। वहीं, एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि कोरोना संक्रमण से जुड़े लोगों की चेन तोड़ने के लिए पुलिस सर्विलांस का प्रयोग कर रही है। पुलिस को उससे काफी सफलता भी मिली है। जोन में 1700 लोगों को क्वारंटाइन भी कर दिया है, ज्यादातर लोग जमातियों से जुड़े हुए है। हालांकि विदेश से आए कुछ लोगों के परिवार भी इससे जुड़े हुए है।
शासन को भेजी विदेशी जमातियों की जानकारी
शासन ने विदेशी जमातियों की जानकारी मांगी है। इसके चलते मवाना के एएसपीजी कालेज में क्वारंटाइन दस विदेशी जमातियों के फोटो और रिकार्ड शासन को भेज दिए गए हैं। इन सभी के पासपोर्ट पहले ही ले लिए गए थे। मवाना स्थित बिलाल मस्जिद में 22 मार्च को विदेशी जमाती मिले थे। इसमें से पांच सूडान से तथा बाकी दूसरी जगहों से थे। सभी को एएसपीजी कालेज मवाना में क्वारंटाइन किया गया है। 14 दिन का समय पूरा होने के बाद भी शासन स्तर पर आदेश नहीं मिलने के कारण छोड़ा नहीं गया। उक्त लोगों के खिलाफ टूरिस्ट वीजा पर होने के कारण मुकदमा दर्ज कराया गया था। सीएचसी प्रभारी डॉ. सतीश भास्कर व इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने समस्त विवरण शासन को भेज दिया है।
दोबारा लिए जाएंगे सैंपल
विदेशी जमातियों की एक बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद क्वारंटाइन किया गया है। शनिवार को दोबारा सैंपल लिए जाएंगे। डा. भास्कर ने बताया किट उपलब्ध है। दोबारा जांच रिपोर्ट के आधार पर अगला निर्णय होगा।